बैंकों में प्राइवेट कर्मचारियों की भरमार, आए दिन लोग हो रहे ठगी के शिकार - .

Breaking News

बैंकों में प्राइवेट कर्मचारियों की भरमार, आए दिन लोग हो रहे ठगी के शिकार

बैंकों में प्राइवेट कर्मचारियों की भरमार, आए दिन लोग हो रहे ठगी के शिकार

ठगी के बावजूद नहीं होती कार्रवाई अधिकारी झाड़ते पल्ला

बिधूना,औरैया। बिधूना क्षेत्र की अधिकांश बैंकों में प्राइवेट कर्मचारियों की भरमार हो गई है ऐसे में बैंक के काउंटरों पर अधिकारी की तरह नजर आने वाले ज्यादातर प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा मौका मिलते ही बैंक के संबंधित उपभोक्ताओं के बड़े ही नायब तरीके से रुपए हड़प कर चूना लगाने में कामयाब हो जाते हैं। ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ितों द्वारा कार्रवाई की गुहार लगाई जाती है किंतु बैंक अधिकारी यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं कि उन्होंने कर्मचारी को निकाल दिया है।
        बैंकों में प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा की गई धोखाधड़ी को लेकर बैंक से संबंधित उपभोक्ताओं का बैंक में सुरक्षित लेनदेन के प्रति विश्वास कम होता जा रहा है ऐसे में शाखा प्रबंधकों को इस धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार बनाए जाने के लिए क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों ने मांग उठाई है। बैंकों में सरकारी कर्मचारियों की कमी के चलते बैंक से संबंधित अधिकारियों द्वारा बैंकों में प्राइवेट कर्मचारियों को रख लिया गया है जिसके चलते यह प्राइवेट कर्मचारी बैंकों में काउंटर पर बैंक के अधिकारियों की तरह रोब तो झाड़ते ही हैं साथ ही अक्सर यह भोले भाले उपभोक्ताओं को उनके रुपए का चूना लगाने में भी नहीं चूकते हैं। बिधूना के सेंट्रल बैंक में अक्सर बैंक काउंटरों पर बैठकर अधिकारी जैसा रौब गांठने वाले एक प्राइवेट व्यक्ति द्वारा बिधूना क्षेत्र के बम्हरौलिया निवासी एक व्यक्ति को बैंक की मोहर लगी जमा पर्ची तो थमा दी लेकिन उससे रुपए लेने के बावजूद उसके खाते में रुपए जमा नहीं किए गए बाद में जानकारी होने पर उपभोक्ता के होश उड़ गए जिस पर उसके द्वारा पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर बिधूना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यही नहीं इसी तरह बिधूना कस्बे के केनरा बैंक में क्षेत्र के रठगांव निवासी एक प्राइवेट कर्मचारी द्वारा भी कई लोगों को जमा पर्ची थमाने के बाद भी बैंक में रुपए जमा नहीं किए गए जिसपर पीड़ित उपभोक्ताओं द्वारा भी बिधूना कोतवाली पुलिस से शिकायतें की गई है। जब केनरा बैंक के शाखा प्रबंधक से इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि संबंधित प्राइवेट कर्मचारी को बैंक से निकाल दिया गया है। इन दिनों हालत यह है कि बिधूना नगर के साथ अन्य कस्बों की सरकारी बैंकों में भी प्राइवेट कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर भरमार है ऐसे में बैंकों से उपभोक्ता इन प्राइवेट कर्मचारियों के हाथों धोखाधड़ी का शिकार होने की आशंका से हमेशा परेशान रहते हैं। क्षेत्रीय जागरूक लोगों व बैंक से जुड़े उपभोक्ताओं ने बैंकों में लगाए गए प्राइवेट कर्मचारियों के मामले में उपभोक्ताओं के साथ किसी प्रकार की प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा धोखाधड़ी किए जाने पर बैंक के शाखा प्रबंधकों को जिम्मेदार बनाया जाए ताकि उपभोक्ता निर्भय होकर अपना लेनदेन कर सकें।

कोई टिप्पणी नहीं

If You have any doubts, Please let me know