मन से स्मरण करने से ही मिलते हैं भगवान। आचार्य हितेश नंदन दीक्षित
*मन से स्मरण करने से ही मिलते हैं भगवान। आचार्य हितेश नंदन दीक्षित*
*फोटो परिचय -भक्तों को स्मरण कराते हुए भगवान की पौराणिक कथा*।
जिले के ककोर मुख्यालय के समीप कंचौसी मोड़ के सटे लखनपुर में हो रही भागवत में आचार हितेश नंदन दीक्षित ने बताया मन की गहराई एवं स्मरण से ही प्राप्त होते हैं भगवान क्योंकि इस माया रुपी दुनिया में दो तरह के लोग हैं एक भौतिकवादी युग है और एक आध्यात्मिक युग है जिस युग में मनुष्य अपने आपको ज्यादा समय देता है । इस कलयुग में वही चीज मिलती है इस दुनिया में माया रूपी चीजों को ध्यान में रखता है उनको माया रूपी माया मिल जाती है जो व्यक्ति भगवान को सच्चे मन से स्मरण करता है तो उनको भगवान मिल जाते हैं यह कहना गलत नहीं होगा जिसकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।
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