दूसरी डोज लगवाने के लिए न्यौता दे दिया और जब वे वैक्सीनेशन सेंटरों पहुंचे तो बैरंग लौटा दिया गया
उत्तर प्रदेश न्यूज21
कोरोना वैक्सीनेशन के लाभार्थियों के साथ रविवार को धोखा हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने 45 साल और इससे अधिक आयु के लाभार्थियों को दूसरी डोज लगवाने के लिए न्यौता दे दिया और जब वे वैक्सीनेशन सेंटरों पहुंचे तो बैरंग लौटा दिया गया। बताया गया कि कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज लिए 12 से 16 हफ्ते जिन्हें हो गए हैं, उन्हें ही दूसरी डोज दी जाएगी।
सुबह पोर्टल भी एक-डेढ़ घंटे चलने के बाद बंद हो गया। इसके चलते 5520 लाभार्थियों में 172 (3.11 प्रतिशत) को ही वैक्सीन लग सकी। 5348 लोग बैरंग लौट गए। लोगों ने आक्रोश भी जताया कि पहले उन्हें क्यों नहीं बताया गया। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को 39 वैक्सीनेशन सेंटर पर 45 साल और अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों को वैक्सीनेशन का प्लान जारी किया।
सुबह पोर्टल भी एक-डेढ़ घंटे चलने के बाद बंद हो गया। इसके चलते 5520 लाभार्थियों में 172 (3.11 प्रतिशत) को ही वैक्सीन लग सकी। 5348 लोग बैरंग लौट गए। लोगों ने आक्रोश भी जताया कि पहले उन्हें क्यों नहीं बताया गया। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को 39 वैक्सीनेशन सेंटर पर 45 साल और अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों को वैक्सीनेशन का प्लान जारी किया।
5520 लाभार्थियों के वैक्सीनैशन का लक्ष्य रखा। रविवार सुबह पहली और दूसरी डोज के बीच की गैपिंग बढ़ जाने से पोर्टल बंद कर दिया गया। इससे लाभार्थी ठगे से रह गए। 96.89 प्रतिशत लाभार्थी मायूस होकर लौट गए। किदवईनगर में वैक्सीन की डोज 11 बजे पहुंचीं, तब तक पोर्टल पर फीडिंग बंद हो गई थी।उर्सला में मीडियाकर्मियों को वैक्सीन की पहली डोज लगनी थी
इनमें सिर्फ 39 को वैक्सीन लगी। इस तरह कुल 211 को वैक्सीन लग पाई जो 3.8 प्रतिशत वैक्सीनेशन कवरेज रहा। सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह ने बताया कि पोर्टल बंद होने की वजह से वैक्सीन नहीं लग पाई। उम्मीद है कि सोमवार को पोर्टल अपडेट रहेगा।
बातचीत
चार अप्रैल को पहली वैक्सीन लगी थी। रविवार को दूसरी डोज लगनी थी। यहां पहुंचे तो पता चला कि अब 12 सप्ताह बाद वैक्सीन लग पाएगी। अगर वैक्सीन नहीं लगानी थी तो जिला प्रशासन ने शेड्यूल क्यों जारी किया। समझ नहीं आ रहा कि वैक्सीनेशन के नाम पर क्या हो रहा है।
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