यूपी के जेलों से करीब 2152 बंदियों को पैरोल,9 जेलों से 21 बंदियों नें जेल पैरोल पर रिहा नहीं होना चाहते - .

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यूपी के जेलों से करीब 2152 बंदियों को पैरोल,9 जेलों से 21 बंदियों नें जेल पैरोल पर रिहा नहीं होना चाहते

उत्तर प्रदेश न्यूज21
लखनऊ/: हाई कोर्ट के आदेश के बाद कोरोना के चलते जेलों से भीड़ कम करने के लिए कैदियों को पैरोल पर और अंतरिम जमानत पर रिहा किया जा रहा है. इसके लिए बाकायदा हाई पैरोल कमेटी बनाई गई. जिसके निर्णय पर यूपी के जेलों से करीब 2152 बंदियों को पैरोल दी गई. इसी बीच चौंकाने वाली बात सामने आई है. दरअसल, करीब 9 जेलों से 21 बंदियों नें जेल प्रशासन को बाकयदा लिखित में ये कहा कि वो जेल से पैरोल पर रिहा नहीं होना चाहते. जेल में ही रहकर अपनी सजा पूरी करना चाहते हैं.

DG जेल ने बताई वजह
उत्तर प्रदेश के डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि इसकी दो वजह हैं, जिसकी वजह से ये बंदी पैरोल पर रिहा नहीं होना चाहते.

पहली वजह तो यह है कि पैरोल पर रिहा होने के बाद वापस जेल में आकर अपनी सजा पूरी करनी ही होती है. ऐसे में जिनकी सजा कुछ समय कि रह गई है वो सजा पूरी कर ही जेल से बाहर जाना चाहते हैं. दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की जेलों में कैदियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है. पैरोल पर बाहर न जाने वाले कैदियों को महसूस हो रहा है कि वे जेल में ज्यादा महफूज और स्वस्थ हैं.

इसके पहले भी पैरोल पर बाहर गए थे कैदी

इसके अलावा पिछली बार भी जब कैदी कोरोना की वजह से जेल से पैरोल पर बाहर गए थे, तो लॉकडाउन की वजह से उनको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा था. कुछ के सामने तो बेरोजगारी की वजह से खाने के भी लाले पड़ गए. लिहाजा हो सकता है इसी वजह से वह पैरोल पर बाहर जाना नहीं चाहते हैं.

इन जेलों के कैदी हैं शामिल
डीजी जेल ने बताया कि ये 21 बंदी महाराजगंज जेल, झांसी जेल, मेरठ जेल, आगरा जेल, गाजियाबाद जेल, गोरखपुर जेल , लखनऊ जेल, रायबरेली जेल और नोएडा जेल के हैं. जिन्होंने पैरोल पर रिहा होने से मना किया है. इन कैदियों ने जेल प्रशासन को लिखकर दिया है कि वे पैरोल पर जेल से बाहर जाना नहीं चाहते.

इतने कैदियों को लग चुकी वैक्सीन

डीजी जेल ने बताया कि यूपी की जेलों में 45 साल से ऊपर के 92% बंदियों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ मिल चुकी है. इनमें से 50% बंदियों को दोनों डोज़ मिल चुकी हैं. लिहाजा यूपी की जेलों के कैदी खुद को ज्यादा स्वस्थ और सुरक्षित महसूस करते हैं. जाहिर है जिस तरह से जेल में बंद बंदी बाहर निकलने की छटपटाहट में रहते हैं. ऐसे में पैरोल मिलने के बाद भी बंदियों का जेल से बाहर न निकलना जेल में अच्छी व्यवस्थाओं की तस्दीक कर रही है.

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