शव रख प्रर्दशन करने वाले 23 लोगों पर‌ मुकदमा दर्ज! - .

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शव रख प्रर्दशन करने वाले 23 लोगों पर‌ मुकदमा दर्ज!

उत्तर प्रदेश न्यूज21 ब्यूरो रिपोर्ट
औरैया। जिले की अजीतमल कोतवाली परिसर में शव को रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करना 23 परिजनों को उस समय मंहगा पड़ गया जब पुलिस ने महामारी गाइडलाइन के उल्लघंन, अवैधानिक तरीके से प्रर्दशन एवं परिसर में रखे फर्नीचर को तोड़ने के आरोप में उनके विरुद्ध संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि थाना क्षेत्र के गांव हैदरपुर निवासी बृजेश ने कुछ दिन पूर्व गांव के ही गौरव व प्रिंस के खिलाफ कोतवाली में दलित उत्पीड़न और पास्को एक्ट का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बीते दिवस उक्त आरोपी गौरव के नाना रामकिशन की छत से गिरकर मौत हो गयी थी।
गौरव के भाई गोपाल ने गांव के ही नामजदों अशोक कुमार, ओमजी, बृजेश कुमार पर उसके नाना रामकिशन को मानसिक प्रताडिना कर दस लाख रूपये की मांग करने और गौरव को जान से मारने की धमकी देने से टेंशन में आकर छत से गिरकर मौत हो जाने का आरोप लगाते हुये कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया था। पुलिस ने गोपाल द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर बृजेश, अशोक व ओमजी के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया था और रामकिशन के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया था।
पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को कोतवाली परिसर में रख कर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। कोतवाली पुलिस से प्रदर्शनकारियों की हल्की झड़प भी हो गयी जिस पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगाें में से दो दर्जन से अधिक लोगोें को हिरासत में ले लिया था। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला आने पर कुछ लोगों को छोड़ दिया गया था।
प्रदर्शनकारियों ने तोड़ डाली मेज कुर्सियां

कोतवाली निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि रामकिशन की मौत के मामले में दी गई तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया था। आरोपियों को पकड़ने के लिये दबिश दी जा रही है। पर कुछ लोग अवैधानिक तरीके से थाने में शव को प्रदर्शन करते हुये कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन करने लगे और थाने में पड़ी मेज कुर्सिया आदि तोड़ फोड़ डाली। इसके आरोप में तेईस लोगो के खिलाफ धारा 147, 148, 353, 427, 188, 269, 271 व 7 सीएलए के तहत मामला पंजीकृत किया गया है, हिरासत में लिये गये आरोपियों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।

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